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Showing posts from May, 2021

Sell deed (बैनामा)

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             हेलो दोस्तों आज का हमारा टॉपिक है बैनामा आज हम सेल डीड अर्थात बैनामा के बारे में विस्तार से जानेंगे की बैनामा होता क्या है और इसे ऑनलाइन देखने की क्या प्रक्रिया है वह पत्र या दस्तावेज जिसमें किसी वस्तु विशेषतः मकान या जमीन, जायदाद आदि के बेचने और उससे संबंध रखनेवाली शर्तों का उल्लेख होता है। वह विक्रय-पत्र होता है।असल मे प्रॉपर्टी के लेनदेन में बिक्रीनामा एक अहम दस्तावेज होता है, जिसे कन्वेयंस डीड भी कहा जाता है। कानूनी दस्तावेज होने के अलावा यह एक सबूत है कि विक्रेता ने प्रॉपर्टी खरीददार के नाम कर दी है। इससे यह भी साबित होता है कि खरीददार ही प्रॉपर्टी का असली मालिक है। इसे ओर भी कई नमो से  भी बुलाते हैं जैसे कि बैनामा, सेल डीड, रजिस्ट्री, बिक्री पत्र आदि। उत्तर प्रदेश का स्टाम्प व रजिस्ट्री विभाग ने रजिस्ट्री या बैनामे को लेकर अपने कई नियमों बड़ा बदलाव किया है। विभाग अब प्रदेश में स्थित किसी भी भू-सम्पत्ति की रजिस्ट्री की कई पन्नों की नकल नहीं देगा। बल्कि उसके बजाए केवल एक पन्ने का प्रमाण पत्र जारी करेगा। रजिस्ट्री से संबंधित इस प्...

दाखिल खारिज MUTATION

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  H ello, दोस्तो आज का हमारा विषय है दाखिल ख़ारिज यानी म्युटेशन आज हम इसके विषय मे विस्तार से जानेंगे वास्तव में यदि हम दाखिल खारिज को शब्दशः समझे तो दाखिल अर्थात दर्ज करना तथा ख़ारिज अर्थात निरस्त करना अर्थात किसी संपत्ति से विक्रेता के नाम को निरस्त कर क्रेता के नाम को दर्ज करने की प्रक्रिया को दाखिल ख़ारिज कहते है। सामान्य भाषा मे  कहा जाये तो दाखिल ख़ारिज या Mutation राजस्व रिकॉर्ड में एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को किसी संपत्ति का हस्तांतरण करने की प्रक्रिया है। संपत्ति का Dakhil Kharij कराना बहुत जरूरी होता है क्योंकि इसके बाद ही कानूनी रूप से उस जमीन का क्रेता स्वामी बन पाता है। दाखिल ख़ारिज के बाद ही किसी संपत्ति के मालिक के रूप में किसी व्यक्ति का नाम रिकॉर्ड में आता है। दाखिल ख़ारिज कराना क्यों आवश्यक है Mutation कराना अर्थात किसी जमीन को अपने नाम दर्ज करने से है तो यदि दाखिल ख़ारिज नहीं होता है तो उस जमीन पर क्रेता का कोई हक़ नहीं होगा, विक्रेता चाहे तो दुबारा उस जमीन को बेच सकता है, इसलिए जमीन की रजिस्ट्री करने के बाद उस जमीन का दाखिल ख़ारिज अवश्य करा लेना चाहिए। इसके अलावा...

वसीयतनामा(will),इच्छापत्र।

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        दोस्तों, आज हम वसीयत के विषय मे चर्चा करेंगे कि वसीयत क्या है ,ये कैसे ओर क्यो बनाई जाती है, इसका क्या महत्व है ओर कानून में इसकी क्या वैधानिकता है आदि ।  वसीयत एक कानूनी दस्तावेज होता है जिसमें संपत्ति के मालिक के मृत्यु के बाद उनके कारोबार और संपत्ति को उसके वारिसों में बांटी जाती है। संपत्ति रखने वाला व्यक्ति अपने life में कभी भी वसीयत में changes कर सकता है। जिसके नाम वसीयत है वह वसीयत कराने वाले व्यक्ति की मृत्यु के बाद उसकी प्रापटी और व्यवसाय का उत्तराधिकारी हो जाता है।हम सभी वसियत की अवधारणा से अवगत हैं. लेकिन हम वसियत तैयार करने की परेशानियों के चलते सोचते हैं कि एक वसियत तैयार करने की आवश्यकता उन लोगो को है जिनके पास अधिक धन और संपत्ति है।  यह भी एक धारणा है कि आपको बीमारी या बूढ़े होने पर केवल एक वसियत लिखने की ज़रूरत है, क्यूँ कि लोग केवल बीमारी या बुढ़ापे की वजह से ही मरते हैं। वसियत तैयार करने के लिए कोई सही या गलत उम्र नहीं है।जो व्यक्ति स्वस्थ दिमाग का हो और वयस्क हो यानी उसकी आयु 18 साल से अधिक की हो, वह वसीयत स्वयं बना सकता है।वसीय...

तलाक के वकील से सलाह

 मेरा मानना ​​है कि तलाक हमारे वर्तमान समाज में सबसे बड़ी महामारियों में से एक है जिसे पहचाना नहीं जा रहा है।  एक विवाह और पारिवारिक संबंधों के रूप में, निश्चित रूप से तलाक एक ऐसी चीज है जिसके बारे में मैं जितना सोचता हूं उतना भावुक होता हूं। मैं यह मानने के लिए पर्याप्त अज्ञानी नहीं हूं कि मैं अपने जीवनकाल में तलाक के बहुत से  मामलों को समाप्त होते देखूंगा, और न ही मैं इतना अज्ञानी हूं कि यह विश्वास न कर सकूं कि सभी तलाक के मामलों को रोका जाना नही चाहिए।  हालाँकि, मैं यह भी मानता हूं की तलाक लेने से पहले उस पर विचार करने वाले लोगों के लिए वकील से सलाह लेना पागलपन नही है।                    अब, आप में से अधिकांश लोग यह सोच रहे होंगे कि मैं पागल हूँ। भला लोगो के असफल विवाह के बारे में सलाह के लिए तलाक के वकील के पास जाना कोन पसंद करेगा ? तो में आपको बता दू  बहुत से लोग, दुर्भाग्य से।  मुझे तब तक नहीं पता था जब तक की मैंने लोगो को अपने विवाह और परिवारों के संबंधों के बारे में तलाक के विषय मे वकील के साथ शरण और...

संपत्ति (property)

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  संपत्ति एक ऐसा शब्द है जो किसी व्यक्ति या व्यवसाय का कानूनी शीर्षक संपत्ति (property) होता है, जो मालिकों को उक्त वस्तुओं पर संपत्ति (property) कुछ लागू करने योग्य अधिकार देता है। अर्थात धन-दौलत, जायदाद संपत्ति (property) जो बेची-ख़रीदी जा सकेअथवा लाभदायक वस्तु,जो मूर्त या अमूर्त हो सकते हैं,इसके अलावा मोटर वाहन, औद्योगिक उपकरण, फर्नीचर और अचल संपत्ति शामिल हैं। संपत्ति/परिसंपत्ति विभिन्न प्रकार की संपत्ति हो सकती है। अचल सम्पत्ति। ...  वर्तमान संपत्ति (property)/चल संपत्ति। ...  मूर्त संपत्ति। ...  अमूर्त संपत्ति। ...  काल्पनिक संपत्ति। ...  व्यर्थ संपत्ति वर्तमान में पिता की प्रॉपर्टी में बेटी का बेटे जितना अधिकार होगा. फिर चाहे वह पैतृक संपत्ति हो या सेल्फ ऑक्यूपाइड। यहाँ एक बात और गौर करने वाली है कि अगर पिता की मौत 2005 से पहले हुई है तो बेटी का पैतृक संपत्ति पर कोई अधिकार नहीं होगा ओर इसके अलावा पुत्र के  विषय मे बात करे तो जबकि परिवार या संयुक्त परिवार की संपत्ति में बेटे का उतना ही अधिकार होगा, जितना कि पिता का है। किसी हिंदू पुरुष को ...

जनहित याचिका(P I L)-

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जनहित याचिका (P I L) हेलो दोस्तो आज हम एक ऐसे विषय के बारे में बात करेंगे जो कि हमारे समाज मे एक विशेष स्थान रखता है या हम यह भी कह सकते है कि जो समाज को न्याय दिलाने में अहम योगदान रखता है ,वह है जनहित याचिका(PIL) जिसे हम कुछ अन्य नाम से भी जानते है जैसे कि 1. आवेदन पत्र ; अर्ज़ी ; प्रार्थना पत्र 2. वह प्रार्थना पत्र जो न्यायालय के सामने उपस्थित किया जाता है ; (पिटिशन),लोकहित याचिका।जनहित याचिका (जहिया), भारतीय कानून में, सार्वजनिक हित की रक्षा के लिए मुकदमे का प्रावधान है।  यह अन्य सामान्य अदालती याचिकाओं से अलग, इसमें यह आवश्यक नहीं की जो पीड़ित पक्ष है वह  स्वयं अदालत में जाए। यह किसी भी नागरिक या स्वयं न्यायालय द्वारा पीडितों के पक्ष में दायर किया जा सकता है। PIL का पूरा नाम पब्लिक इंटरेस्ट लिटिगेशन है। इसमें समाज का कोई भी जिम्मेदार व्यक्ति या निकाय सार्वजनिक हित के मामलों को माननीय उच्च न्यायालय या उच्चतम न्यायालय के समक्ष उठा सकता । इस जनहित याचिका के अंतर्गत टेरोरिज़्म , बंधुआ मजदूरी, एसिड अटैक , पोल्युसन , सड़क सुरक्षा, एनवायरनमेंटल डिग्रेडेशन , निर्माण संबंधी रिस्क ...

एक अच्छा फैमिली वकील खोजें

 यदि आपको एक अच्छे वकील की तलाश  है, जो कि फैमिली लॉ में विशेषज्ञता रखता है, तो आपको किसी ऐसे व्यक्ति की आवश्यकता होगी जो आपके हितों के साथ-साथ आपके बच्चों के हितों की देखभाल करे और उनके विषय मे सोच सके। यहाँ आपके लिए सही वकील खोजने में आपकी मदद करने के लिए मैंने पांच विकल्प सूचीबद्ध किए हैं। जो कि निम्नलिखित हैं-  1. अपने प्रिय मित्रों और परिवार वालो से मदद ले- जिन लोगों को आप जानते हैं, वे एक फैमिली लॉ में विशेषज्ञता रखने वाले  वकील का पता लगाने में आपकी मदद करने के लिए सहायक सिद्ध हो सकते हैं।  आप उनसे इस बारे में बात करे  उनकी सलाह और समर्थन आपके काम आ सकता है।   2. बार एसोसिएशन - एक स्थानीय या राज्य बार एसोसिएशन एक ओर विशेष संसाधन हो सकता है क्योंकि वे आपको बताएंगे कि उनके बार के कोन से सदस्य फैमिली लॉ में विशेष अनुभव रखते हैं। उनसे बात कर ऐसे वकीलो की एक सूची बनाये और सीधे वकीलों से संपर्क करें और उनका साक्षात्कार लें।  आम तौर पर, वकील से आपकी पहली मुलाकात निःशुल्क होती है ताकि आप जान सकें कि उपरोक्त फैमिली लॉ का अनुभव रखने वाला वकील ...